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आखिरकार पकड़ा गया हथियार कारखाने का सरगना जावेद हुसैन,बड़े गिरोह का हो सकता है पर्दाफाश

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आसनसोल,ख़ास बात इंडिया:बर्नपुर के आजाद नगर हथियार कांड का सरगना जावेद खान आखिरकार पकड़ा गया.इससे पहले जावेद की पत्नी फरजाना खातून और मुंगेर,बिहार के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया.सभी को आसनसोल अदालत में मंगलवार को पेश किया गया.ज्ञात हो कि सोमवार को हीरापुर,6 मैगजीन,17 पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि आजाद नगर के दस नंबररोड में जावेद हुसैन के मकान में अंडरग्राउंड हथियार बनाने का कारखाना चल रहा है.इसके बाद हीरापुर पुलिस की टीम ने त्वरित तौर पर छापामारी अभियान चलाया और मकान के मालिक जावेद की पत्नी फरजाना समेत मुंगेर के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया.साथ ही 10 निर्मित और 3 अर्धनिर्मित पिस्टल,6 मैगजीन,17 अर्धनिर्मित मैगजीन तथा 3 जिंदा कारतूस भी बरामद किए.हथियार बनाने वाले कुछ उपकरणों को भी जब्त किया गया.इससे पहले पुलिस पर हमले भी किए गए,लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया.बताया जाता है कि पिछले तकरीबन 6 महीनों से यह अवैध कारखाना यहां कायदे से अंडरग्राउंड स्तर पर चलाया जा रहा था.आखिरकार इस कारखाने का भंडाफोड़ हुए.अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि इनके संबंध और किन लोगों से है.देखा जाए तो आसनसोल दूसरा मुंगेर बनता जा रहा है.पहले कुल्टी के नियामतपुर में,फिर डीसरगढ़ में अवैध हथियार बनाने के कारखाने का उद्भेदन हुआ और अब आसनसोल के बर्नपुर में इस कारखाने का पता चला.पता नहीं और कितने कारखाने छिपे हुए हैं आसनसोल की सरजमीं में.ज्ञात हो कि हाल ही में आसनसोल -दुर्गापुर पुलिस ने बंगाल – झारखंड बॉर्डर एरिया से एक मोटरसाइकिल सवार को भारी हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था.क्या सभी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं?क्या कोई बड़ा षडयंत्र चल रहा है?इसके पीछे कोई राजनीतिक संरक्षण तो नहीं? बहुत सारे सवाल हैं जो अभी भी अनुत्तरित हैं.इनका जवाब ढूंढना जरूरी है.आपको बता दें कि इस छापामारी अभियान में एस आई शेख शेर अली,कांस्टेबल सचिन साहा और सिविक विलेंटियर जगन्नाथ दास की भूमिका अहम रही.

घर के नीचे तहखाना

जावेद के घर के नीचे तहखाना है,जिसमे जाने का रास्ता उसकी किचन से है.आमतौर पर किसी को भी पता नहीं चलेगा कि घर के नीचे तहखाना है,जहां हथियार बनाए जाते हैं.ऊपर से देखने पर आपको लगेगा कि यह सेप्टिक टैंक है,लेकिन अंदर का नजारा कुछ और था.पुलिसवाले भी दंग रह गए.पड़ोस के लोग भी अचंभित हैं.पड़ोस के लोगों का कहना है कि जावेद आस पड़ोस के लोगों के साथ ज्यादा संबंध नहीं रखता था,अलग थलग ही रहता था.

 

 

 

 

 

 

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