भागलपुर,ख़ास बात इंडिया::शारदा श्रीवास्तव किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं, बल्कि इनकी अपनी कुछ विशेष अदाएं ही इनकी अपनी पहचान करती है। जैसे की छोटी सी उम्र से ही लेखनी के क्षेत्र में लघु कथा लिखना,पेंटिंग में भी अच्छी रुचि रखना बहुत सारी खूबियां है।बचपन से ले कर यौनावस्था तक हर कार्य को खुद ही अंजाम देते। पढ़ाई के क्षेत्र में हमेशा अब्बल रहा करती। और तो और वकालत की पढ़ाई कर के समाज के बीच में आना और तो और भागलपुर आकाशवानी के तरफ से कानून से संबंधित महिलाओ के लिए परिचर्चा में भाग लेना इनकी अपनी पहचान है।आज शारदा खुद एक एनजीओ बना कर समाज को नई दिशा देने का काम कर रही है।जब की आंख से थोड़ी अस्वस्थ होने के बाद भी सक्रिय बनी रहती है और हमेशा सकारात्मक, ऊर्जावान रहती है।इनके द्वारा लिखी लघु कथा का खास बात इंडिया पर।
लघुकथा:
‘ कौन है पागल ‘
एक दिन एक महिला अपने पाँच वर्ष के पुत्र को गोद में लेकर किसी मार्ग से गुजर रही थी । तभी दोनों की नजर एक भीड़ पर पड़ी। उस भीड़ के सभी आदमी एक पुरूष को ईंट,पत्थर से मार रहे थे। बच्चा यह देखकर असहज हो उठा ।उसके चेहरे से बेचैनी और आश्चर्य झलक रहा था , वह अपनी माँ से पूछ रहा था ये लोग इसे क्यों मार रहे है? माँ के लिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी। बड़े ही सामान्य भाव से बोली-वह पुरूष पागल है , इसलिए सभी उसे मार रहे है ।पर बच्चा इस उत्तर से संतुष्ट नहीं हुआ और बार-बार अपनी माँ से अपने प्रश्न को पूछता रहा ।माँ सहज भाव से हर बार कहती रही वह पागल है बेटा इसलिए सभी उसे पीट रहे हैं ।पर माँ के उत्तर से बच्चा संतुष्ट नहीं था और अपने प्रश्न को बार-बार दोहराता रहा । अब माँ उब चुकी थी और झुंझलाकर बोली,कहा न वह पागल है,पागल है, पागल है ।पर बच्चा के मन में अब भी प्रश्न कौंध रहा था कि कौन है पागल———?
शारदा का बायोडाटा-
नाम-शारदा श्रीवास्तव ने
पिता-स्व.विश्वनाथ प्रसाद श्रीवास्तव
माता-स्व.माधुरी श्रीवास्तव
जन्म-26/01/1976
जन्म एवं निवास स्थल-भागलपुर (बिहार)
शैक्षणिक योग्यता-बी .ए.,एल .एल.बी.
रुचि-समाज सेवा
पेशा-अधिवक्ता