कुल्टी,ख़ास बात इंडिया:आसनसोल रेल मंडल के सीतारामपुर रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे कालोनी में पीने के पानी की किल्लत. बताया जाता है कि सीतारामपुर रेलवे स्टेशन मेन, कोड लाइन का जंक्सन स्टेशन है. पूर्व रेलवे के अंतर्गत यह महत्वपूर्ण स्टेशनों में गिना जाता है.स्थानिय रेलवे आवासों की बात कर तो अजीबोगरीब रेलवे का सिस्टम देखने को मिलेगा, एक साथ कई रेलवे को आवास है पर कुछ में पानी का छत पर टैंक लगा है कुछ में लगा ही नहीं.इस संदर्भ में कुल्टी विधानसभा के भाजपा ट्रैड यूनियन के अध्यक्ष से बात किया गया तो उनका कहना था, मैं ख़ुद ही आचार्य हूँ कि मेरे घर के समक्ष ही रेलवे आवास काफी सँख्या में है, किसी के छत पर पानी का टैंक है, और कुछ रेलवे आवासों पर पानी का टैंक ही नहीं है। रेलवे की ओर से ये कौन सा सिस्टम है। देख के दंग रह गया है। मेरे घर के समक्ष आसनसोल नगर निगम की ओर से लगा हैड पंप है। सुबह से कुछ रेलवे आवासों में रहने वाली महिलाएं सर पर पानी लेकर जा रही है। पूजा का बर्तन थो रही है.उन से बात की तो उनका कहना था घर मे जो पानी रेलवे की ओर से आता है। वह कुछ समय के लिए खुलता है. उसके बाद बंद हो जाता है। उनका और भी कहना था, हमारे घर के 6 मीटर की दूरी पर कई रेलवे आवास है। जिन पर नया पानी का टैंक, पानी की पाइप वेरिंग के साथ व्यवस्था रेलवे ने किया है. वहाँ पानी भरने के बाद सुबह शाम पानी टैंक से ओभर फोल्व कर गिरते रहता है। श्री वर्मा ने कहा रेलवे आवासों में रहने वाले रेल कर्मियों से इस तरह का सौतेला व्यवहार क्यों हो रहा है। प्रधानमंत्री जी का कहना था, सबका साथ सबका विकास और विस्वास के साथ देश को विकसित करना है। परंतु यहाँ तो रेलवे के अधिकारी का क्या कहना साथ ही उनके वरिष्ठ पदाधिकारियों की क्या बात है। एक रेलवे आवास में पानी की उचित व्यवस्था दूसरे को हैड पंप की व्यवस्था यानी रेलवे का मंत्र बन गया है. सब के साथ अपना विकास और कॉन्ट्रेक्टर का साथ अधिकारियों का विस्वास का मंत्र तेज गति से आसनसोल रेल मंडल में चर्चित बनता जा रहा है.