फोटो:धर्मेंद्र साव
कुल्टी: अवैध कोयला की तस्करी अभी का टाइम का एक बड़ा मुद्दा बन गया है आए दिन करोड़ों का घपला होता है इसी क्रम में आसनसोल में कोयला तस्करी मामले में सीबीआई ने बीते जुलाई को सीबीआई के निर्देश पर पहला आरोप पत्र समर्पित किया था । जिस में 41 लोगों को नामजद बताया गया था कोर्ट के न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती ने 13 सितंबर को इन आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ ट्रायल की प्रक्रिया शुरू की थी इसके लिए सभी नामजद के खिलाफ नोटिस जारी की गई । इसके साथ ही 15 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई जज राजेश चक्रवर्ती ने गैर जमानती वारंट जारी कर सीबीआई को सौंपा था ।उनलोगों को गिरफ्तार कर 20 सितंबर तक अदालत में हाजिर करने का निर्देश दिया है जिन 15 लोगों के खिलाफ वारंट जारी हुआ है , उनमें कुल्टी निवासी दो भाई परमेन्द्र साव उर्फ विक्की एवं धर्मेंद्र सा उर्फ पिंटू के भी नाम शामिल हैं । दोनों आरोपी कुल्टी के सत्ताशीन दल के पूर्व पार्षद के पुत्र हैं । सीबीआई सूत्रों के अनुसार वर्ष 2006 में बराकर के स्टेशन रोड में इनकी मोबाइल फोन की एक छोटी सी दुकान हुआ करती थी । वर्ष 2006 में इनका संबंध तत्कालीन कोयला तस्कर जयदेव मंडल के साथ हो गया । इसके बाद पिंटू साव ने व्यवसाय के क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ाना शुरू कर दिया । उसने आसनसोल राइफल क्लब की सदस्यता भी ले ली । आरोप है कि जयदेव मंडल के कई इलाकों का संचालन इनके तहत किया जाता था । कोयला तस्करी मामले में रनेश वर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है । सीबीआई के दस्तावेजों में कहा गया है कि इन दोनों भाइयों के संबंध कोयला के खिलाड़ी माफिया अनूप मांजी उर्फ लाला से भी काफी अच्छा संपर्क रहा था कोयला तस्करी के ट्रांसपोटिंग का दायित्व इन्हें दिया गया । उसके बाद इन्होंने काफी जगह पर महंगे फ्लैट खरीदे गाड़ियां खरीदी जमीन खरीदे सीबीआई को इनके खिलाफ काफी सबूत मिले हैं । फिलहाल वारंट निकलने के बाद दोनों भाई का कोई खबर नहीं है और इस मामले की जांच की जा रही है।