रानीगंज ( दलजीत सिंह) : सिख समाज के लिए बढ़चढ़ कर कार्य करने वाली संस्था मध्यप्रदेश-छतीसगढ़ केन्द्रीय सिंह सभा के द्वारा सिख बच्चों के लिए सिख एजूकेशन अवार्ड एवं कैरीयर काउंसलिंग कैंप लगाया गया जिसमें 10वीं, 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 900 के करीब बच्चों और 550 टीचर्स को एक मंच से सम्मानिन्त कर रचा गया इतिहास। इससे पहले शायद संसार भर में इस तरह का कोई कार्यक्रम हुआ होगा जिसके चलते प्रबन्धकांे ने इसे लिम्का बुक आफ रिकार्ड में दर्ज करने की मांग करते हुए एक पत्र बुक के आयोजकों को लिखा गया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष हरजिन्दर सिंह धामी, धर्म प्रचार के चेयरमैन राजिन्दर सिंह मेहता, तख्त पटना साहिब कमेटी के प्रवक्ता सुदीप सिंह सहित सहित अनेक गणमान्य शख्सतीयतों ने भाग लिया।संस्था के मुखी समाज सेवी हरपाल सिंह मोनू भाटिया और उनकी टीम के विषेष प्रयासों से यह कार्यक्रम करवाया गया जिसमें देश भर से सिख विधयक संस्थानों के पिं्रसीपल, अध्यापकों ने पहुंचकर 900 के करीब बच्चों की काउंसलिं करते हुए उनका मार्गदर्शन किया ताकि भविष्य में वह बिना किसी सोच विचार के अपना कैरीयर चुन सकें। कार्यक्रम की रुपरेखा दिल्ली कालेज की प्रिंसीपल गुनमीत कौर बिन्द्रा के द्वारा तय की गई थी। आई सी एस की चेयरपर्सन अमृतादास जो कि एक प्रख्यात काउंसलर है अपने साथ 10 अनुभवी काउंसलर्स की टीम लेकर शामिल हुई और बच्चों और उनके अभिभावकों का बहुत अच्छे से मार्ग दर्शन किया। इसके अतिरिक्त माता गुजरी कॉलेज फतेहगढ़ साहिब, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, गुरु नानक देव ओपन यूनिवर्सिटी पटियाला, पंथ रत्न गुरचरण सिंह टोहरा इंस्टीट्यूट पटियाला, माता सुंदरी कॉलेज दिल्ली, गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज दिल्ली, गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज ऑफ कॉमर्स पीतमपुरा, गुरु नानक देव खालसा कॉलेज मुंबई, के साथ सिखों के अन्य टॉप कालेजों के नुमाईदों ने आकर अपने कालेजों में चल रहे कोर्स के बारे में बच्चांे को बताया। सः भाटिया ने कहा कि बच्चांे की दिलचस्पी जिस भी विषय में हो उसे उसी को पढ़ने देना चाहिए तभी वह आगे चलकर अपने लिए बेहतर रास्ता चुन सकते हैं। उन्होंने कहा हर बच्चे के अंदर कोई न कोई हुनर छुपा होता है बस उसे उभार
मंच का बेहतर संचालन सुरजीत सिंह टुटेजा के द्वारा किया गया। सः हरपाल सिंह भाटिया ने आए हुए सभी अतिथियों और अलग अलग विधयक संस्थानांे से आए प्रिसीपलों का भी स्वागत किया और इसके साथ ही अपनी पूरी टीम का विषेष आभार प्रकट किया जिनके सहयोग से कार्यक्रम का सफल आयोजन किया जा सका।
सरदार हरजिंदर सिंह धामी ने कहा हरपाल सिंह भाटिया ने अपने पिता गुरप्रीत सिंह भाटिया को श्रद्धांजलि देते हुए फादर्स डे पर इस कार्यक्रम को करवाया। उन्होंने कहा अपने पिता से जो शिक्षा इसे मिली उस पर चलते हुए ही समाज की सेवा करने के भरपूर प्रयास किए जाते हैं जो की सराहनीय है।