आसनसोल:गत 16 दिसंबर शुक्रवार के दिन आसनसोल के बर्नपुर निजी आवास निवास पर जसवंत सिंह जो कि समाजसेवी सुरजीत सिंह मक्कड़ के पिता जी थे का निधन हो गया उनका जन्म 1 जनवरी 1940 को हुआ था पुत्र सुरजीत सिंह मक्कड़ ने बताया कि गुरुद्वारा बर्नपुर में 20 तारीख को 12:00 अखंड पाठ रखा गया था जिसकी समाप्ति 22 दिसंबर को 11:30 बजे हुईं उसके बाद कीर्तन दरबार लगा किर्तन के बाद गुरु का लंगर का आयोजन किया गया।इस मौके पर मक्कड़ परिवार की तरफ से 86 गुरु घर के ग्रंथी एवं सेवादारों को कपड़ों के साथ पांच 501₹ की राशि सेवा के रूप में दी गई इलाके में पांच प्यारों की सेवा कर रहे जत्थे को ₹10000 की सेवा कृपान नई खरीदने के लिए दी गई इसके साथ आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जो कि इलाके में सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाती है उनको ₹21000 की सेवा प्रदान की गई।जसवंत सिंह अपने पीछे दो भाई त्रिलोक सिंह मक्कड़ जगजीत सिंह मक्कड़ एवं बहनोई कुलदीप सिंह सलूजा जमाई चरणजीत सिंह बधावा भतीजे हरजीत सिंह मक्कड़ कुलवंत सिंह चावला पुत्र एवं पुत्रों की पत्नियां सुरजीत सिंह मक्कड़ रंजीत कौर गुरमीत सिंह मक्कड़ राजेंद्र कौर प्रितपाल सिंह मक्कड़ रूबी कौर गुरप्रीत कौर तेजवदर सिंह मनप्रीत कौर हरप्रीत कौर सिमर कौर अपने परिवार के मक्कड़ सलूजा चावला और वाधवा फैमिली छोड़कर अकाल चलाना कर गए बनपुर गुरुद्वारा में समाजसेवी संस्थाएं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में सिख संस्थाओं के प्रतिनिधि गण हजारों की संख्या में इस दुख की घड़ी में अंतिम अरदास में पहुंचे।
इस कार्यक्रम में महेंद्र सिंह सलूजा बर्दवान हरजीत सिंह बग्गा, सुरेन्द्र सिंह रानीगंज जगदीश सिंह दुर्गापुर, कुलदिप सिंह सलूजा आसनसोल आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स ,आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पदाधिकारी समाज सेवी संस्थाएं धार्मिक संस्थाएं की तरफ से शंभू झा ओमप्रकाश बजोरिया नरेश अग्रवाल पप्पू ढोल गुरमीत सिंह तपन बनर्जी विनोद गुप्ता हरि अग्रवाल समाजसेवी प्रवीण उधर पार्षद गुरमीत सिंह बबीता दास 25 गुरुद्वारों के प्रधान के साथ कुमाहडूबी झारखंड से लेकर कोलकाता बर्दवान तक के सदस्यगण उपस्थित थे।