पुरुलिया: ऑल इंडिया कंफेडरेशन ऑफ एससी/एसटी संगठन के तरफ से सोमवार को पुरुलिया के पाड़ा ब्लॉक कम्युनिटी हॉल में एक समेल्लन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य सभापति बासुदेव मंडल, राज्य संपादक स्वपन कुमार हलदार, राज्य महासचिव गणेश बाउरी थे। सम्मेलन में कहा गया की आज़ादी के 70 साल बाद में हमारे लोगों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है 1950 में संविधान में आरक्षण के कार्य को मान्यता दे लेकिन आज भी केंद्र और राज्य सरकार इस आरक्षण के प्रति उदासीन है। आर्थिक उदारीकरण निजीकरण एजेंसी आधारित भर्ती और विकेंद्रीकरण नीतियों के नाम पर सरकारी एजेंसियों का आकार छोटा करने के साथ-साथ रिक्तियों को भी तेजी से समाप्त किया जा रहा है। बेरोजगारी दर दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर है लेकिन कोई आरक्षण नहीं। कारखाने में कम मजदूरी पर बाहर से श्रमिकों को रख रहे हैं। स्थानीय युवाओं को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है।अंत में संगठन के द्वारा निम्नलिखित मांगों को रखा गया जिसमे नए संसद भवन का नाम संविधान के संस्थापक बाबा साहब अम्बेडकर के नाम पर रखा जाना चाहिए, ग्रिडसन प्रोटियोज एक्ट (पी ओ ए) अधिनियम 1889 का प्रचार और सख्त कार्यन्नवायन, राज्य की सारी नियुक्ति की फार्म स्पेशल डाक सेवा द्वारा भरी जानी चाहिए।, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के अधिकारों को पूरे भारत में लागू करना चाहिए।, पुरुलिया के सभी वासियों को के जमीन का पट्टा वापस दिलाना है। , एससी एसटी ओबीसी जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रताड़ित करने पर कड़ी सजा मिलनी चाहिए , सबसे महत्वपूर्ण सभी सरकारी कार्यालयों में अम्बेडकर साहब की फोटो लगाना अनुवार्य होगा। इस आयोजन को सफल बनाने में रामचंद कालिंदी, अजय बाउरी, अजय महीस, मृत्युंजय बाउरी, नृपेण बाउरी, जगदीश दास, तथा संतु बाउरी की अहम भूमिका रही।
