सांकतोड़िया,खास बात इंडिया : नेशनल फ्रंट ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन के तत्वावधान और कोयला खदान शिक्षक मोर्चा के सहयोग से ईसीएल अनुदानित स्कूल शिक्षकों का बीते चार महीनों से बकाया अनुदान के भुगतान की मांग पर मंगलवार को ईसीएल मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यालय गेट पर पुलिस तथा ईसीएल सुरक्षा गार्डों की चुस्त दुरुस्त व्यवस्था बनी रही। मौके पर कोयला खदान शिक्षक मोर्चा के अध्यक्ष संजय कुमार चौधरी नेशनल फ्रंट ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन के जिला अध्यक्ष शिव दास बाउरी, उपाध्यक्ष चंदन गुप्ता तथा महासचिव राजन सिंह सहित शिक्षक गण उपस्थित थे।जानकारी के अनुसार नेशनल फ्रंट ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन तथा कोयला खदान शिक्षक मोर्चा के बैनर तले शिक्षक ईसीएल स्टेडियम डिसरगढ़ में एकत्रित हुए। वहां से जुलूस के रूप में ईसीएल मुख्यालय पहुंचे सभी शिक्षकों के हाथों में प्ले कार्ड थे।
शिक्षक मोर्चा के अध्यक्ष संजय कुमार चौधरी ने काकी जल प्रबंधन 20 वर्षों से हमें परेशान कर रहा है। 2015-16 में स्टैंडिंग कमिटी ने राज्य सरकार के स्केल के मुताबिक वेतन देने का अनुमोदन किया था जो आज तक नहीं हुआ। 2019 में कोल इंडिया ने सीसीएल बीसीसीएल एससीसीएल जॉन के शिक्षकों का वेतन बढ़ाने के लिए लिखा था लेकिन वह ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इधर अब 129 स्कूलों को 4 महीनों से अनुदान की राशि नहीं दी गई। इससे शिक्षक भूखे मरने की कगार पर आ गए हैं। इन्होंने वन टाइम सेटेलमेंट या प्रबंधन के अनुसार जो स्कूल चलने की स्थिति में नही हैं उन स्कूलों को अन्य स्कूल के साथ मिला देने की भी बात कही।
नेशनल फ्रंट ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन के जिला अध्यक्ष शिवदास बाउरी ने कहा कि मामले को लेकर महाप्रबंधक (कल्याण एवं सीएसआर) एम के सिंह के साथ सकारात्मक बातचीत हुई है। उन्होंने 1 महीने का समय लिया है। हम लोगों ने 33 बंद पड़े स्कूलों को चालू करने, शिक्षकों के वेतन की बढ़ोतरी करने, 4 महीने के बकाया वेतन का भुगतान करने तथा रिटायरमेंट बेनिफिट की मांग की है।
