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नई तकनीक के जरिए चंद मिनटों में पता चल जाएगा कि कोरोना है या नहीं

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नई दिल्ली:स्कॉटलैंड के वैज्ञानिकों ने कोरोना महामारी को लेकर एक नया प्रयोग किया है। इसके तहत अब एक्स-रे के जरिए पता लगाया जा सकेगा की मरीज को कोरोना है या नहीं। यहां तक कि वैज्ञानिकों ने इसे 98 फीसदी तक सटीक माना है। परीक्षण किसी व्यक्ति के अंदर वायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करता है।शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि यह आरटी-पीसीआर(RT-PCR) परीक्षण से तेज होगा और इसका परिणाम 5 से 10 मिनट के अंदर आ जाएगा। बता दें कि आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट आने में एक घंटा से भी अधिक लग जाता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि लंबे समय से एक त्वरित और विश्वसनीय उपकरण की आवश्यकता थी जो कि कोविड -19 का पता लगा सके। इतना ही नहीं एक्स-रे के माध्यम से ओमिक्रॉन वैरिएंट का भी जल्द से जल्द पता लग जाएगा।यूडब्ल्यूएस के शोधकर्ताओं के अनुसार नई तकनीक स्कैन की तुलना में 3,000 से अधिक छवियों के डाटाबेस के लिए एक्स-रे तकनीक का उपयोग करती है, जो कोरोना के रोगियों, स्वस्थ व्यक्तियों और वायरल निमोनिया से संबंधित हैं।(साभार)