भागलपुर,ख़ास बात इंडिया: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बाल संरक्षण इकाई द्वारा विभागीय दिशा निदेश के आलोक में किए जा रहे कार्यो एवं संचालित योजनाओं की वर्तमान क्रियान्वयन स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई एवं उपयुक्त दिशा निदेश दिए गए।बैठक में बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित अत्यंत महत्वपूर्ण योजना यथा:परवरिश योजना की वर्तमान क्रियान्वयन स्थिति समीक्षा क्रम में योजना संचालन की स्थिति अत्यंत धीमी पाई गई है,तदनुसार सभी अनुमंडल पदाधिकारियो को योजना क्रियान्वयन में तेज़ी लाने हेतु अविलंब आवश्यक कारवाई का निदेश दिया गया है।समीक्षा क्रम में वर्णित योजना क्रियान्वयन की स्थिति क्रमशः सबौर,नवगछिया एवम गोपालपुर प्रखंडो में अत्यंत असंतोषजनक पाई गई है,तदनुसार संबंधित प्रखंडो के बाल विकास परियोजना पदाधिकारियो के विरुद्ध स्पष्टीकरण का निदेश दिया गया है।सभी “सीडीपीओ” को परवरिश योजना अंतर्गत केन्द्रवार न्यूनतम चार से पांच आवेदन प्राप्ति का लक्ष्य दिया गया है। परवरिश योजना एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है जिसके अंतर्गत 18 वर्ष की उम्र तक उन बच्चो एवं अभिभावक के संयुक्त खाता में प्रतिमाह 1000 रुपये की राशि दिए जाने का प्रावधान है जो अनाथ हो या संबंधित बच्चा एच०आई०वी० पीड़ित हो /माता पिता एच०आई०वी० पीड़ित हो या बच्चा कुष्ठ पीड़ित हो/माता पिता कुष्ठ पीड़ित हो।परवरिश योजना से संबंधित आवेदन पत्र संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र या बाल विकास परियोजना कार्यालय में जमा किया जा सकता है।आवेदन पत्र के साथ बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र,संयुक्त बैंक खाता से संबंधित प्रमाण पत्र,ए०आर०टी० कार्ड एच०आई०वी० के लिए एवं अनाथ बच्चों के मामले में माता पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र एवं कुष्ठ के मामले में तत्सम्बन्धी दिव्यांगता प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य/ अपेक्षित है।योजना के स्वीकृति पदाधिकारी अनुमंडल पदाधिकारी होते है।जिलाधिकारी ने समीक्षा क्रम में सभी संबंधित पदाधिकारियो को परिवरिश योजना के क्रियान्वयन में तेज़ी लाने हेतु आवश्यक कारवाई का निदेश दिया है।मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में वर्तमान उपलब्धि लगभग छह हजार लाभुक है।सामाजिक सुरक्षा कोषांग अंतर्गत संचालित योजना यथा:कबीर अन्तेयष्टि योजना,मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना सहित अन्य संचालित योजनाओ के क्रियान्वयन में और तेज़ी लाने का निदेश दिया गया है।
समीक्षात्मक बैठक पश्चात जिलाधिकारी द्वारा “पी०एम० केअर फ़ॉर चिल्ड्रेन स्कीम” अंतर्गत तीन बच्चों को डाकघर बचत खाता संबंधित पास बुक प्रदान किया गया।अठारह वर्ष पूर्ण होने के पश्चात बच्चे खाता का संचालन स्वंय कर सकेंगे। वर्णित योजना अंतर्गत इक्कीश साल पूर्ण होने पर एकमुश्त दस लाख रुपये की राशि प्राप्त होगी।ज्ञात हो उक्त योजना अंतर्गत उन बच्चों को लाभ दिया गया है जिनके माता पिता का निधन हो गया है एवं उनमें से एक की मृत्यु का कारण कोविड:19 है।
उक्त अवसर पर उप विकास आयुक्त,सहायक निदेशक(बाल संरक्षण इकाई) भी उपस्थित थे।
