भागलपुर,ख़ास बात इंडिया:बच्चों के चेहरे पर मुस्कुराहट और खिलखिलाहट के साथ उनके नैसर्गिक विकास में किलकारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उक्त बातें भागलपुर के जिला बाल भवन, किलकारी में आयोजित बाल उत्सव कार्यक्रम के समापन के अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहीं।उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में बिहार की सभ्यता, संस्कृति, लोक परंपराओं को अक्षुण्ण रखना एक बड़ी चुनौती है। इस चुनौती का मुकाबला करते हुए बाल भवन किलकारी ने विभिन्न लोक कला विधाओं में बच्चों को प्रशिक्षित किया है। ड्रामा, चित्रकला, मूर्तिकला, नृत्य, संगीत इत्यादि विधाओं में बच्चों की रुचि के मुताबिक उन्हें प्रशिक्षित करने की व्यवस्था है। बाल भवन किलकारी की सबसे बड़ी विशेषता यह रही है कि बच्चों को एक्टिविटी के साथ काफी नए तरीके से सिखाया जाता है।उन्होंने कहा कि आज के भाग-दौड़ की जिन्दगी में हमारी संस्कृति, लोक परम्पराएं विलुप्त होती जा रही हैं। इनके संरक्षण और संवर्धन पीढ़ी-दर-पीढ़ी श्रवण एवं वाचन के माध्यम से होती रही है। बच्चों के जन्म के समय सोहर जैसे लोकगीत, घर आंगन में भित्ति चित्र जैसी लोक कलाएं समय के साथ समाप्त होती जा रही हैं, परंतु किलकारी ने इस विषय में नई पीढ़ी के बच्चों को लोकगीत, नृत्य, संगीत चित्रकला, भित्ति चित्र के प्रति प्रेरित और प्रोत्साहित करते हुए उन्हें इन विधाओं में प्रशिक्षित करने का सकारात्मक प्रयास किया है, जो अत्यंत सराहनीय है। हमारे बच्चे कल के बिहार और कल के भारत हैं। उन्हें अपने गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और लोक परंपराओं के प्रति रुझान पैदा करके तथा आधुनिक परिवेश के साथ समन्वय स्थापित करके ही हम सशक्त बिहार और सशक्त भारत के नींव मजबूत कर सकते हैं।इस अवसर पर पीरपैंती के विधायक श्री ललन कुमार, भागलपुर नगर निगम की महापौर श्रीमती सीता साह, किलकारी बाल भवन पटना की निदेशक श्रीमती ज्योति परिहार, पूर्व जिला परिषद् अध्यक्ष टुनटुन साह, भागलपुर भाजपा के जिलाध्यक्ष श्री रोहित पांडे, भाजपा नेता श्री संतोष कुमार, पूर्व उप महापौर प्रीति शेखर, जिला महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्वेता सिंह, युवा नेता श्री बंटी यादव, श्री विपुल सिंह, दिलीप निराला, इंद्रभूषण झा, आलोक बंटी, जिला बाल भवन किलकारी की कोऑर्डिनेटर अभिलाषा कुमारी सहित भागलपुर जिला बाल भवन किलकारी के अन्य प्रतिनिधिगण, बच्चे एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे।
