भागलपुर,ख़ास बात इंडिया: नगरनिगम में काम कर रहे सफाई मजदूरों को फर्जी तरीके से भुगतान करने के आरोपों की जांच जिला प्रशासन ने तेज कर दी है। डी एम ने निगम के प्रशासन से भुगतान किए गए मजदूरों का पूरा लेखा जोखा तलब किया है।इसके अलावा किन किन वार्डों में काम कराया जा रहा है उनका ब्योरा प्रस्तुत करें तथा उपस्थिति पंजी को भी पेश करें। निगम ने कुल नौ में से सिर्फ सात मजदूरों से ही काम कराया है। मार्च 2018 से जुलाई 2021 तक नगरनिगम ने इन सातों मजदूरों को कुल 18 लाख 66 हजार के ही भुगतान किए है। इनमें से अधिकांश मजदूरों से 36 नंबर वार्ड में ही कार्य कराए जाने की बात सामने आ रही है । जिला स्तरीय टीम ने निगम प्रशासन से चार से पांच बार रिपोर्ट मांगे जिसे आजतक उपलब्ध नहीं कराया गया है।जिला प्रशासन द्वारा शक्ति केरने पर देर रात रिपोर्ट तैयार किया गया ।अब इस रिपोर्ट को जिला स्तरीय जांच टीम को सौंपेंगे । निगम ने अख्तर, कैशर,नजरूल,लालबहादुर सिंह,दीप सिंह , अनिल कुमार और गणेश यादव को ही भुगतान किया है। दरअसल ये मामला मेयर साहिबा सीमा साह और उनके पति वर्तमान जिलापरिषद टुनटुन साह से ही ये मामला जुड़ा है।इस घटनाक्रम में पीड़ित अनिल तांती के आरोपों का जोगसर थाना के माध्यम से जांच हो रही है। अनिल ने मोबाइल पर आए मैसेज के स्क्रीनशॉट की फोटोकॉपी ,अपने स्टेटबैंक में खाते का बैंक स्टेटमेंट के अलावे जिलापरीषद अध्यक्ष बयान के बयान के एवज में भी साक्ष्य प्रस्तुत किया है। अनिल तांती ने दोनो प्रमुख पदों के अलावा नगरनिगम प्रशासन की भी मिलीभगत का ठीकरा फोड़ रहा है।नगर निगम ने सात सफाई कर्मचारियों को किए हैं भुगतान, डी एम ने मांगी रिपोर्ट
भागलपुर नगरनिगम में काम कर रहे सफाई मजदूरों को फर्जी तरीके से भुगतान करने के आरोपों की जांच जिला प्रशासन ने तेज कर दी है। डी एम ने निगम के प्रशासन से भुगतान किए गए मजदूरों का पूरा लेखा जोखा तलब किया है।इसके अलावा किन किन वार्डों में काम कराया जा रहा है उनका ब्योरा प्रस्तुत करें तथा उपस्थिति पंजी को भी पेश करें। निगम ने कुल नौ में से सिर्फ सात मजदूरों से ही काम कराया है। मार्च 2018 से जुलाई 2021 तक नगरनिगम ने इन सातों मजदूरों को कुल 18 लाख 66 हजार के ही भुगतान किए है। इनमें से अधिकांश मजदूरों से 36 नंबर वार्ड में ही कार्य कराए जाने की बात सामने आ रही है । जिला स्तरीय टीम ने निगम प्रशासन से चार से पांच बार रिपोर्ट मांगे जिसे आजतक उपलब्ध नहीं कराया गया है।जिला प्रशासन द्वारा शक्ति केरने पर देर रात रिपोर्ट तैयार किया गया ।अब इस रिपोर्ट को जिला स्तरीय जांच टीम को सौंपेंगे । निगम ने अख्तर, कैशर,नजरूल,लालबहादुर सिंह,दीप सिंह , अनिल कुमार और गणेश यादव को ही भुगतान किया है। दरअसल ये मामला मेयर साहिबा सीमा साह और उनके पति वर्तमान जिलापरिषद टुनटुन साह से ही ये मामला जुड़ा है।इस घटनाक्रम में पीड़ित अनिल तांती के आरोपों का जोगसर थाना के माध्यम से जांच हो रही है। अनिल ने मोबाइल पर आए मैसेज के स्क्रीनशॉट की फोटोकॉपी ,अपने स्टेटबैंक में खाते का बैंक स्टेटमेंट के अलावे जिलापरीषद अध्यक्ष बयान के बयान के एवज में भी साक्ष्य प्रस्तुत किया है। अनिल तांती ने दोनो प्रमुख पदों के अलावा नगरनिगम प्रशासन की भी मिलीभगत का ठीकरा फोड़ रहा है।