टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के ऐतिहासिक मुकाबले में विराट कोहली ने अपने खाते में एक बड़ा रिकॉर्ड भी दर्ज कर लिया है. इस मैच में टॉस के लिए मैदान पर उतरते ही कोहली भारत के सर्वाधिक टेस्ट मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. इस रिकॉर्ड के लिए विराट ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ा है.कोहली 61वीं बार एक कप्तान के रूप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने मैदान पर उतरे और एमएस धोनी (60) के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. याद दिला दें कि, साल 2014 में धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद विराट को राष्ट्रीय टीम का नया कप्तान बनाया गया था और उसके बाद से उन्होंने एक बार भी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
2014 में कप्तान बनने के बाद से विराट कोहली ने सीरीज दर सीरीज नए कीर्तिमान स्थापित किए और भारतीय टीम को नए मुकाम पर लेकर आए हैं. उनकी ही अगुवाई में टीम इंडिया 2016 में टेस्ट में नंबर- 1 बनी और करीब तीन सालों तक रैंकिंग में बादशाह बनकर राज किया.टेस्ट में नंबर- 1 का ताज पहनाने के साथ-साथ वह एशिया के पहले ऐसे कप्तान भी बने, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में हराया हो.इतना ही नहीं टीम ने कोहली की कप्तानी में ही दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के दौरे पर भी शानदार खेल दिखाया.भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनने से लेकर टीम इंडिया को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचाने तक विराट कोहली ने एक अहम और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.कप्तान बनने के बाद भी विराट की बल्लेबाजी पर भी दबाव असर नहीं दिखा है और वह लगातार अपनी टीम के लिए रन बना रहे हैं.