- – *आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान द्वारा नेत्रदानी परिवारों का सम्मान समारोह*
– *सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ दीपक माहेश्वरी रहे विशिष्ट अतिथि*
जयपुर (आकाश शर्मा)। आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान की ओर से रविवार को एसएस जैन सुबोध पीजी कन्या महाविद्यालय के सभागार में नेत्रदानी परिवार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, विशिष्ट अतिथि सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ दीपक माहेश्वरी थे।
समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा है कि नेत्रदान महादान है। इसके लिए अधिकाधिक लोगों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि देश में लगभग 1.25 करोड़ लोग दृष्टिहीन हैं। अंधता निवारण में नेत्रदान की संस्कृति विकसित करने में सभी सहयोग करें। राज्यपाल ने नेत्रदान करने वाले परिवारों का अभिनंदन और स्वागत करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि मृत्यु से पूर्व नेत्रदान का संकल्प कर यदि व्यक्ति अपनी आंखें दान कर जाएं तो देश के सभी दृष्टिबाधित लोगों को एक ही साल में आंखें मिल जाएंगी। उन्होंने कहा कि जो नेत्रदान करता है, वह साधु होता है। मनुष्य वही है जो मनुष्य के काम आए। राज्यपाल बागडे ने इससे पहले आई बैंक सोसायटी के वार्षिक प्रतिवेदन का भी लोकार्पण किया।
इस अवसर पर सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने समारोह को संबोधित करते हु्ए नेत्रदान को हर परिवार की परंपरा बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए नेत्रदान के साथ देह दान एवं अंगदान करने की अपील की। उन्होंने समारोह में “आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान’ के अध्यक्ष बीएल शर्मा ने नेत्रदान करने के लिए समाज मे जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयासों और सोसायटी की पहल से नेत्रदान क्षेत्र में की गई विशिष्ट उपलब्धियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के अभियान का नेतृत्व करने के लिए महिलाओं को आगे आना चाहिए।वहीं, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. दीपक माहेश्वरी ने नेत्रदान से जुड़ी चिकित्सकीय भ्रांतियों के बारे में जानकारी देते हुए निराकरण के लिए आगे आकर पहल करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में सोसायटी के अध्यक्ष पूर्व आईएएस बीएल शर्मा, सचिव पूर्व आईएएस ललित कोठारी ने भी अपने विचार रखे। समारोह में बड़ी संख्या में नेत्रदानी परिवारों के सदस्य उपस्थित रहे।