अंतरराष्ट्रीय

मुहम्मद यूनुस ने शेख हसीना के शासनकाल में देश की आर्थिक वृद्धि की बातों को झूठा करार दिया

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नई दिल्ली:बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने शेख हसीना के शासनकाल में देश की आर्थिक वृद्धि की बातों को झूठा करार दिया है। यूनुस ने कहा कि हसीना के शासन के दौरान बांग्लादेश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था, लेकिन दुनिया में किसी भी देश ने इस पर सवाल नहीं उठाया। इस दौरान बताई गई विकास दर पूरी तरह से झूठी थी। इंटरव्यू में नोबेल विजेता यूनुस ने कहा कि शेख हसीना के शासन काल में देश की आर्थिक वृद्धि की बड़ी-बड़ी बातें की जाती थीं, जो कि पूरी तरह से फर्जी थीं। उन्होंने कहा कि शेख हसीना दुनिया के बड़े-बड़े आर्थिक प्लेटफार्म्स पर जाकर बतातीं थीं कि देश को कैसे चलाना है, जबकि खुद के देश की हालत पर पर्दा डालकर रखा हुआ था। वह बताती रहीं कि बांग्लादेश की विकास दर दुनिया में सबसे ज्यादा है, यह बात पूरी तरह से झूठी थी। दुनिया के किसी भी देश ने इस पर सवाल नहीं उठाया।शेख हसीना के बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहते देश की अर्थव्यवस्था का श्रेय वहां के कपड़ा उद्योग को दिया जाता है। आर्थिक क्षेत्र के लोगों की माने तो हसीना के शासन में बांग्लादेश में टेक्सटाइल उद्योग ने भारी वृद्धि की है। यही नहीं इस उद्योग में वृद्धि का श्रेय बांग्लादेश की महिला वर्कर्स को दिया जाता है। हालांकि हसीना के आलोचकों का कहना है कि हसीना ने ज्यादातर मामलों में झूठी ग्रोथ को दिखाया। उन्होंने अपने आलोचकों को ताकत के बल पर चुप कराया और आंतरिक बातों को बाहर नहीं आने दिया।

केवल आरोप, कोई सबूत नहीं
शेख हसीना के शासन काल की ग्रोथ रिपोर्ट को झूठा बताने के लिए यूनुस ने कोई कारण या सबूत तो नहीं बताया लेकिन उन्होंने समावेशी विकास के महत्व और गरीब और अमीर के बीच के अंतर को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश को अभी और भी आगे बढ़कर काम करने की जरूरत है।

भारत से भी ज्यादा थी बांग्लादेश की विकास दरलगभग 17 करोड़ की आबादी वाले बांग्लादेश की आर्थिक वृद्धिदर शेख हसीना के सत्ता संभालते समय 5 प्रतिशत के आसपास थी। कोविड के पहले 2017-18 में यह बढ़कर 8 प्रतिशत हो गई थी, जो कि दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा थी। हालांकि बाद में कोविड और यूक्रेन युद्ध की वजह से यह विकास दर नीचे आ गई थी। यहीं नहीं विश्व बैंक ने भी बांग्लादेश को 2023 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया था।