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बालू माफियाओं द्वारा अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर सड़क निर्माण किया जा रहा

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रानीगंज: रानीगंज प्रखंड अंतर्गत डमालिया इलाके में दामोदर नदी से बालू उठाने और बाहर भेजने के लिए कुछ बालू माफियाओं द्वारा अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर सड़क निर्माण किया जा रहा है। इसे लेकर डमालिया एवं निमचा इलाके में लोग दो गुटों में बंट गए हैं तथा इसे लेकर पूरे इलाके में तानव बना हुआ है। वहीं इलाके के आदिवासी समाज के लोगों ने आरोप लगाया था कि वहां पर अवैध रूप से सड़क निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई की जा रही है। इसे लेकर आदिवासी समाज की ओर से बीते 16 अगस्त को रानीगंज के बीडीओ को एक लिखित शिकायत पत्र भी दिया गया था। इस बारे में रानीगंज के बीएलआरओ गदाधर पाल से जब सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उनके पास भी शिकायत आई थी और सरकारी तौर पर घटनास्थल का निरीक्षण भी किया गया था। निरीक्षण में पाया गया कि वहां पर एक कच्चा रास्ता बनाया जा रहा है। रानीगंज थाना प्रभारी को इसकी जानकारी दी गई और जांच में पाया गया की एगारा मौजा में दो प्लॉट है। एक प्लॉट नंबर 955 और दूसरा प्लॉट नंबर 1083 है। 1083 नंबर प्लॉट में 11 एकड़ जमीन है। जिसमें से साढ़े दस एकड़ राज्य सरकार की वेस्टेड लैंड है, जबकि बाकी ईसीएल की है। वही 955 नंबर प्लॉट में साढ़े पांच एकड़ जमीन है। जिसमें से साढ़े चार एकड़ राज्य सरकार की वेस्टेड लैंड है और एक एकड़ किसी दूसरे की है। उन्होंने बताया कि जांच में जो जानकारी प्राप्त हुई उसकी जानकारी रानीगंज थाना प्रभारी को दे दी गई। क्योंकि वहां पर काफी जमीन सरकारी है इसलिए वहां पर एक बोर्ड लगा दिया गया है। ताकि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण न हो। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जमीन पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को रोकने के लिए काफी सक्रिय हुई है और इसी वजह से उस सरकारी जमीन पर बोर्ड लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि वहां पर किसी भी प्रकार के सड़क निर्माण के बारे में कहीं से भी सरकारी अनुमति की जानकारी उनको नहीं है। उन्होंने कहा कि वहां पर काफी जमीन है। कुछ सरकारी है, कुछ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की है और कुछ निजी जमीन है। इसलिए अभी यह कह देना मुनासिब नहीं होगा कि जो निर्माण हो रहा था वह सरकारी जमीन पर ही हो रहा था। यह जांच का विषय है, लेकिन फिलहाल रास्ते के निर्माण को रोक दिया गया है। वही पेड़ों की कटाई को लेकर मिलने वाली शिकायत के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायत आई थी। इसकी जांच भी की गई थी। हालांकि जांच में किसी बड़े पेड़ को काटने की बात सामने नहीं आई है। वहीं डमालिया नदी घाट से अवैध बालू खनन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी सरकारी नियम के अनुसार एनजीटी का नियम लागू है। इसलिए अभी नदी से बालू उठाने पर पूर्ण रोक है। साथ ही इलाके में नदी से बालू उठाने का अभी कोई भी टेंडर जारी नहीं किया गया है। अगर कोई बालू उठा रहा तो वह पूरी तरह से अवैध है। इसके खिलाफ लगातार अभियान चलाकर कारवाई की जा रही है।

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