कुल्टी:हल्की सी हवा और बारिश ने 12 जून 2024 को पश्चिम बंगाल के प्रशासनिक अधिकारियों की पोल खोल दी। कुल्टी क्षेत्र का नजारा कुछ इस तरह सामने आया कि विभिन्न स्थानों पर बिजली के तार टूट गए, जिसके कारण पुलिस स्टेशन और पीएससी में लाइन नहीं रही और तमाम जगहों पर अंधेरा छा गया।इसी बीच, कुल्टी के सबसे बड़े अस्पताल प्रायमरी हेल्थ सेंटर, जिसे हम रानी बंग्ला के नाम से जानते हैं, वहां भी चारों ओर अंधेरा छा गया था। जानकारी के अनुसार, अस्पताल में भर्ती तमाम पेशेंट्स को यह कहकर घर भेज दिया गया कि बिजली की समस्या है और आप यहाँ नहीं रह सकते। दुर्भाग्यपूर्ण यह था कि इस दौरान न जाने कितने इमरजेंसी पेशेंट्स अस्पताल में आए लेकिन बिजली न होने के कारण उन्हें भी घर भेज दिया गया।अस्पताल में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की जो वैक्सीन होती है, उसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखना होता है। लेकिन बिना बिजली के वैक्सीन की गुणवत्ता पर असर पड़ा। अस्पताल में जनरेटर होने के बावजूद जनरेटर चालू नहीं किया गया क्योंकि तेल की व्यवस्था नहीं थी।
सबसे चिंता की बात यह है कि पिछले 36 घंटों से अस्पताल में बिजली उपलब्ध नहीं है। इस दौरान अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से कई मरीज़ों और उनके परिवारों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा है। देखिए इस विषय पर पश्चिम बर्दवान जिला के यूथ कांग्रेस के