सीतारामपुर:कुल्टी विधानसभा अंतर्गत राधानगर हटिया और विभिन्न क्षेत्रों में प्रातः काल से ही ज्येष्ठ मास अमावस्या तिथि कृष्ण पक्ष के अवसर पर सुहागिन महिलाओं को वटवृक्ष के नीचे वटसावित्री व्रत पूजा अर्चना करती नजर आयीं।विदित हो की भारत की महिलाएं हिन्दू सनातन धर्म में आने वाले प्रत्येक वर्ष को उपवास रहकर विधिवत पूजन करती आई है।चाहे बच्चों के सही-सलामत दिर्घायु जीवन के लिए हो अथवा पति के लिए पर्व हो भारत की प्रत्येक मातृशक्ति व्रत पूजा अर्चना में पीछे नहीं रहती।इसी प्रकार बृहस्पतिवार को प्रातः काल से ही सुहागिन महिलाएं माताएं बहनें पुर्ण रुपसे सुहागिनों के वेशभूषा में तैयार होकर मंदिरों के आसपास वटवृक्ष में जाकर कच्चे धागे के साथ वटवृक्ष परिक्रमा करती हुई विधिवत पूजा अर्चना कर फलाहारी रहकर व्रत का पालन करते हुए अपने पतिदेव के अच्छे स्वास्थ्य और दिर्घायु जीवन की कामना करते हुए वटसावित्री व्रत को संपन्न किया।वहीं सोनी गुप्ता हटिया की कहती हैं यह व्रत का साल भर से इन्तजार रहता है और हम सुहागिन महिलाएं अपने पतिदेव के दिर्घायु जीवन के लिए वटसावित्री व्रत पूजा विधि-पूर्वक उपवास रहकर करती हैं।स्थानीय समाजसेवी निर्मल गुप्ता मध्यदेशीय ने बताया सुबह से ही सुहागिन महिलाओं का वटवृक्ष के नीचे आगमन हुआ और पूजा प्रारंभ किया गया।
बहुत अच्छा लगता है जब हमारी भारतीय संस्कृति और सनातन संस्कृति को बढ़ावा देते हुए हमारी घर की महिलाएं पूजन कार्यक्रम में शामिल होकर पूजन करती हैं तो एक भक्तिभाव से ओतप्रोत माहौल तैयार होता है।चहुंओर महिलाएं लाल चुनरी के साथ सुहागिन परिधान में नजर आती है तब लगता है भारतवर्ष में कोई धार्मिक अनुष्ठान मनाया जा रहा है।