– अधिकतम मतदान के लिए लक्सा से मैदागिन तक चला मतदाता जागृति अभियान
– काशी की विरासत और विकास को दर्शाती भव्य झांकियों से शोभायात्रा का दृश्य हुआ उपस्थित
– जयपुर सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा के नेतृत्व में मतदान संकल्प यात्रा में उमड़ा काशी का सर्व समाज
वाराणसी:(आकाश शर्मा): लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मद्देनजर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रत्येक स्तर पर पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को वाराणसी में क्रांतिकारी परिवारों, संत समाज और मातृशक्ति के नेतृत्व में मतदान संकल्प यात्रा निकाली गई। जयपुर सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा के नेतृत्व में मतदान संकल्प यात्रा में वीर सावरकर के वंशज सात्यकी सावरकर, नेहा सावरकर भी इस यात्रा में शामिल हुए। शाम 5 बजे लक्सा में खाटू श्याम मंदिर से यात्रा प्रारंभ हुई और गौदोलिया, बांसफाटक, काशी विश्वनाथ मंदिर, नीचीफाटक होते हुए लगभग 8 बजे मैदागिन स्थित पाताल भूमि हनुमान मंदिर पर समाप्त हुई। काशी की विरासत और विकास को दर्शाती एक दर्जन से अधिक भव्य झांकियों से मानो किसी शोभायात्रा का दृश्य उपस्थित हो रहा था।
यात्रा में डमरू दल, गाजे- बाजे, ढोल-नगाड़ों के साथ मतदान के लिए प्रेरित करते हुए गीत और नारे गूंजते रहे।
*उमड़ पड़ा काशी का सर्व समाज*
यात्रा में सर्व समाज के प्रबुद्ध जन, व्यापार मंडल और विभिन्न क्षेत्रों की सम्मानित हस्तियां शामिल हुईं।
लगभग 10 हजार लोग इस यात्रा में शामिल हुए। यात्रा इतनी लंबी थी कि एक सिरे से दूसरे सिरे तक तकरीबन दो किलोमीटर का काफिला बन गया, जिसे पूरी तरह सिर्फ ड्रोन से ही देखा जा सकता था। सबसे आगे काशी सर्व समाज के प्रतिनिधियों के साथ यात्रा के संयोजक विधायक गोपाल शर्मा पैदल चल रहे थे। बड़ी संख्या में महिलाएं भी पदयात्रा कर रही थीं, जो हाथों में अधिकतम मतदान की अपील वाली तख्तियां लिए हुए थीं।
*151 विद्वानों ने किया वैदिक मंत्रोच्चार*
वहीं वैदिक मंत्रोच्चार करते 151 विद्वानों की टोली और पुलिस बैंड का दल भी साथ था। इसके बाद आकर्षक फूलों और लाइट्स से सुसज्जित भारत माता, काल भैरव, काशी विश्वनाथ और संकट मोचन हनुमान के रथ थे। श्री राम झांकी भी बनाई गई थी, जिसमें भगवान राम, माता सीता, हनुमान जी और लगभग दो दर्जन वानर साथ चल रहे थे।
*विश्व प्रसिद्ध अघोरी भस्म होली रही आकर्षण*
काशी की विश्व प्रसिद्ध अघोरी भस्म होली के दृश्य भी दिखाए जा रहे थे। इसके साथ ही खाटू श्याम और दुर्गा माता के रथ भी निकाले गए। झांकियों और रथों के बीच में जगह-जगह पर कहीं पंजाबी ढोल वालों का ग्रुप था तो कहीं नगाड़ा बैंड तो कहीं डमरू टीम और कहीं शहनाई कलाकार माहौल को ऊर्जावान बनाए रखने का काम कर रहे थे। लगभग 50 की संख्या में ऑटो और ई-रिक्शा भी साथ चल रहे थे, जिन पर मतदाता जागरूकता से जुड़े बैनर लगे हुए थे और वे लाउडस्पीकर के जरिए अधिकतम मतदान की अपील कर रहे थे।
*जगह-जगह भव्य स्वागत*
मतदान संकल्प यात्रा का जगह-जगह भव्य तरीके से स्वागत किया गया। अनेक स्थानों पर मंच लगाकर यात्रा में चले रहे काशीवासियों पर पुष्पवर्षा की गई। कई जगहों पर बड़ी संख्या में जुटी महिलाओं ने यात्रा का स्वागत किया और यात्रियों को तिलक लगाकर स्नेहिल आशीर्वाद दिया। यात्रा के मार्ग पर जगह-जगह झंडे, मतदाता जागृति के लिए पोस्टर्स, बैनर लगाए गए थे। जिधर से भी यात्रा गुजरी, लोग हर हर महादेव और जय श्री राम के नारे लगाकर अभिवादन करते नजर आए।
*मतदान संकल्प रुद्राक्ष बांटे*
मतदाता जागृति शोभा यात्रा में शामिल सभी महानुभावों को भगवान काशी विश्वनाथ के अभिमंत्रित मतदान संकल्प रुद्राक्ष बांटे गए।
*ये रहे शामिल*
मतदाता जागृति शोभा यात्रा में क्रांतिकारी वीर विनायक दामोदर सावरकर के वंशज सात्यिकी सावरकर और नेहा सावरकर, डॉ ऋतु गर्ग, साड़ी व्यावसायी राजेश जोगाई, उमेश जोगाई, राजस्थान ब्राह्मण मंडल के मंत्री पंडित वेद मूर्ति शास्त्री, हनुमान सेना के मार्कंडेय तिवारी, पूर्वांचल महिला व्यापार मंडल अध्यक्ष चांदनी श्रीवास्तव, वाराणसी महिला व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रिया अग्रवाल, मधेशिया समाज के राष्ट्रीय महामंत्री मनोज गुप्ता, पूर्वांचल औद्योगिक ठेला पटरी व्यापार मंडल की अध्यक्ष नताशा कौर, चौरसिया महिला व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रीति चौरसिया, दी बनारस बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एडवोकेट स्वतंत्र जायसवाल, डॉ जेपी मिश्र, ऑटो यूनियन के अध्यक्ष ईश्वर सिंह समेत विभिन्न मठ, सामाजिक संगठनों एवं धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित हजारों लोग शामिल रहे।
*हनुमान चालीसा में भी कराया था संकल्प*
इस यात्रा के संयोजक गोपाल शर्मा जयपुर के सिविल लाइंस से विधायक हैं। वे लगभग एक महीने से वाराणसी प्रवास पर हैं और मतदाता जागरूकता से जुड़े आयोजन कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले शर्मा के नेतृत्व में गत 25 मई को दशाश्वमेध घाट पर विराट सामूहिक हनुमान चालीसा का आयोजन किया गया था, जिसमें लगभग एक लाख लोगों ने अधिकतम मतदान का संकल्प लिया।