आकाश शर्मा की रिपोर्ट
जयपुर, 26 दिसम्बर:गुरु दत्तात्रेय स्वरूपाय साध् बाबा के पाटोत्सव के उपलक्ष में नौ दिवसीय नव कुंडात्मक श्रीराम कथा महायज्ञ आयोजन हुआ। कार्यक्रम का आयोजन दहमी खुर्द स्थित देवलिया हरध्यानपुरा में साध बाबा की तपोस्थली पर हुआ। इस कार्यक्रम में सिविल लाइंस विधायक डॉ गोपाल शर्मा भी शामिल हुए और उन्होंने राम कथा वाचक पंडित श्रीकृष्ण स्वरूप का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर डॉ. गोपाल शर्मा ने अपने सम्बोधन में राम नाम का महत्व बताया। गोपाल शर्मा ने कहा कि रमन्ते योगिनो अस्मिनीति रामय: जो रोम रोम में बसा हो वह राम है। उन्होंने कहा कि इस भव सागर को राम का नाम ही पार लगा सकता है। राम नाम से बड़ा कोई मूल मंत्र इस कलियुग में नहीं है। राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे, सहस्त्रनाम ततुल्यम राम नाम वरानने। अर्थात् राम के नाम को महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि राम का नाम मनोरम है और अपने आप में कई हजार जपों के बराबर है। इसलिए इस कलियुग में राम का नाम सर्वोपरि है, इसका जप करते रहिए और अपने कर्म को करते रहिए। 18 से 26 दिसम्बर तक हुए इस नौ कुण्डीय श्रीराम कथा महायज्ञ की पूर्णाहूति मंगलवार को हुई। इस मौके पर यज्ञाचार्य पण्डित सत्यनारायण शर्मा और निर्भय पीठाधीश्वर गोस्वामी संत शंकरपुरी महाराज भी मौजूद रहे।