अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन,लीगल विंग के पदाधिकारी वीरेंद्र सिंह ने एमवीआई अधिकारियों के खिलाफ खोला मोर्चा

आसनसोल , खास बात इंडिया:इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल के कुल्टी ब्लॉक प्रेसिडेंट,लीगल विंग तथा आसनसोल अदालत के वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार सिंह ने आसनसोल अदालत में आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट अंतर्गत कुल्टी के रामपुर चेक पोस्ट पर तैनात 4 एमवीआई अधिकारियों सुदीप्त मजूमदार, संजय मंडल, ऋषि और शिव ओरांग के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। इतना ही नहीं उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी परिवहन मंत्रालय पश्चिम बर्दवान के जिला अधिकारी के अलावा आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नर को भी लिखित शिकायत की है, जिसमें अधिवक्ता ने चार एमवीआई अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहां है कि 27 जुलाई को सुबह करीब 10 बजे के आसपास कुल्टी थाना अंतर्गत रामपुर के चौरंगी चेक पोस्ट पर एक ट्रक को पकड़ा गया था। ट्रक मालिक के बुलावे पर 29 जुलाई को सुबह 10 बजे के आसपास वह वहां गए जहां अधिवक्ता ने एमवीआई अधिकारियों से तीन दिनों तक ट्रक को पकड़ कर रखने का कारण पूछा।इस पर अधिकारियों ने अधिवक्ता को बताया कि ट्रक ओवर लोडिंग है। इसलिए उन्होंने ट्रक को पकड़ के रखा है। एमवीआई अधिकारियों द्वारा ट्रक पर 30000 जुर्माना लगाने की बात कही गई। जबकि ट्रक में अंडरलोडिंग थी। इसके कागज भी ट्रक मालिक ने वकील को उपलब्ध करवाया था। अधिवक्ता ने एमवीआई अधिकारियों से यह सवाल पूछा कि उन्होंने ट्रक पर जो जुर्माना लगाया है। उसे देने के लिए वह तैयार है। लेकिन अगर यह साबित हो गया कि ट्रक अंदर लोडिंग है तो क्या ट्रक को ओवरलोडिंग करवा देंगे, जिसका जुर्माना वह वसूल रहे हैं। अधिवक्ता की इस बात पर अधिकारी भड़क गए और आरोप है कि अधिवक्ता के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। इतना ही नहीं उनसे धक्का मुक्की की गई और उन्हें अप शब्दों का प्रयोग गया। अधिवक्ता को उनके कार्यालय से धक्के मार कर निकाल दिया गया। इसके बाद अधिवक्ता ने इस बात कीजानकारी अन्य वकीलों को दी ।अधिवक्ताओं ने अधिकारियों के इस अभद्र आचरण के खिलाफ ममता बनर्जी को लिखित शिकायत भेजी। परिवहन मंत्री, पश्चिम बर्दवान जिला शासक सहित आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नर सभी शिकायत दर्ज कराई गई। लेकिन इसके बाद भी जब अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने आसनसोल अदालत में मामला दर्ज किया। अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार सिंह और संजय पांडे ने बताया कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है और उन्हें पूर्ण विश्वास है कि एमवीआई अधिकारियों पर उचित कार्रवाई होगी।